सफलता कीमत मांगती है| सफलता हासिल कैसे करे|
हमें हमेशा इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि सफलता अथवा जीत भी अपनी कीमत वसूल करती है। सफलता प्राप्त करने के लिये भी उसका दाम चुकाना पड़ता है।
दरअसल, यह कीमत कठिन परिश्रम, त्याग या साधना के रूप में चुकानी होती है। इसी के आधार पर व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करता है। जो व्यक्ति सफलता के मुकाम तक पहुँचना चाहता है उसे अपने काम के लिये वातावरण बनाने में भी कीमत के रूप में काफी कुछ चुकाना पड़ता है। उसे खुद का परीक्षण करना होता है। खुद से मुश्किल सवाल पूछने होते हैं और सबसे बड़ी बात खुद की परीक्षा में पास होना पड़ता है। यह भी तय करना होता है कि सही काम कौन सा है, आगे बढ़ने की सही दिशा कौन सी है।
परिस्थियां कैसी भी हो सकती है अनुकूल भी और प्रतिकूल भी। ऐसा बहूत कम होता है कि विकाश के लिये आदर्श व अनुकूल परिवेश मौजूद ही हो। दुनियां के अधिकांश महत्वपूर्ण काम ऐसे व्यक्तियों ने किए हैं, जो इतने बीमार या परेशान थे कि उनसे कोई उम्मीद नही की जा सकती थी। लेकिन इन लोगों ने चुनौतियां स्वीकार की और कामयाब होकर दिखा दिया।
जो लोग दिल व भावनाओं से काम लेते हैं वे खुद को परिवेश के मुताबिक ढाल लेते हैं या ढल जाते हैं, जबकि चरित्र व दिमाग पर आधारित लोग परिवेश को अपने कार्य के अनुरूप बना लेते हैं। सफल व्यक्ति और आम व्यक्ति के बीच यही बड़ा फर्क होता है कि सफल व्यक्ति अपनी क्षमताओं, योग्यताओं का विकाश लगातार करता रहता है और औसत आदमी अपनी वर्तमान स्थिति में जिंदा रहता है। आपको खुद तय करना है कि आप सफल व्यक्ति बनना चाहते हैं या औसत व्यक्ति। आपकी जीत या हार, आपके हाथों में होता है और इसका जिम्मेवार भी आप ही हैं। जैसा आप कर्म करेंगे, उसका परिणाम आपको ही मिलना है(यही श्री भागवत गीता का भी संदेश है)
# ध्यान देने वाली बात है:- सिर्फ पैसा कमाने वाले को ही सफल व्यक्ति नही माना जाता है।
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