काम को आसान कैसे बनाये। काम के बोझ से छुटकारा कैसे पाएं। काम मे मौज कैसे करे
खेल की तरह काम का भी आनंद उठाये
जीवन में सफलता पाने के लिए यह आवश्यक है की आप अपने काम से भी उतना ही आनंद प्राप्त करें, जितना की आपको अपने प्रिय खेल से प्राप्त होता है| यदि आपको कार्य करना बोरिंग भरा लगता है तो जाहिर है की आप कार्य के प्रति समर्पित नही है| जिस कार्य से हमारी जीविका चलती है, उस कार्य के प्रति समर्पण का अभाव तभी होता है, जब हम उस कार्य से संतुष्ट नही होते हैं| शारीरिक, मानसिक मनोरंजन एवं व्यायाम के लिए जिन खेलों को खेलकर हमें आनंद प्राप्त होती है, क्या वह हमारे कार्य से बढ़कर है? नही- फिर हमे अपने करियर संबंधी कार्य में आनंद की प्राप्ति क्यों नही होती? यदि हमे अपने कार्य में भी इसी आनंद की प्राप्ति हो, तो कोई वजह नही की हमारा कार्य हमें सफलता के शिखर पर पंहुचा न सके| आइये कार्य करने के नजरिया को समझते हैं;-
एक व्यक्ति ने जिंदगी को काम समझना बंद किया और इसे खेल समझना शुरू कर दिया| अब उसके लिए जिंदगी काम नही है| अब वह ऑफिस में भी काम कर रहा है, तो भी उस पर काम का बोझ नही है| अगर वह झाड़ू भी लगा रहा है, तो भी यह उसके लिए काम नही है| सीधी सी बात है, उसके लिए अब कुछ भी काम नही है| हालांकि इसका मतलब यह नही है की उसे कुछ काम करना ही नही पड़ेगा और काम होगा ही नही| काम तो होगा और काम करना भी पड़ेगा, लेकिन उसके लिए यह सब खेल है|
यह हमारा नजरिया ही होता है, जो कार्य को बोझ समझ बैठता है| ऐसे बहूत से लोग है जो सरकारी या प्राइवेट क्षेत्रो में कार्य करते हुए एक रस्म को निभाते हैं| कार्य करते समय उन्हें यही इंतेजार होता है की कब निर्धारित समय समाप्त हो और वह घर जाए| ऐसे लोगो की श्रेणी में यदि आप आते हैं तो आप अपने भविष्य के साथ अन्याय कर रहे हैं| यदि आप परिश्रम के साथ कार्य करते हैं और उसमे आनंद प्राप्त करते हैं तो आपके उन्नति के मार्ग खुल जायेंगे| कार्य के दौरान यदि आप यह महसुस नही करते हैं की आपके द्वारा एक उदेश्य्पूर्ण जिंदगी जी जा रही है, तो जाहिर है की आप जीवन का समय नष्ट कर रहे हैं| आपका यह धर्म है की आप अपने कार्य को पूजा समझ कर पूर्ण निष्ठां के साथ निभाए|
यदि आप अपने जीविका सम्बन्धी कार्य को सफलतापूर्वक करते हैं तो आपकी सभी इछाये उससे पूर्ण हो सकती है| जब आप अपनी जीविका के एक साधन को मजबूत कर लेते हैं तो आप बचाए गए धन का निवेश दुसरे कार्यो में करते हुए भी पैसा कमा सकते हैं| लेकिन आपके पास जीविका का एक भी ठोस साधन नही है तो आप कभी भी बेफिक्री की जिंदगी नही गुजार सकते हैं| हमे जीविका का एक ठोस साधन तलाश करना चाहिए और आनंदपूर्वक कार्य करके सफलता हासिल करना चाहिए| हमे सिर्फ अपना कार्य करना चाहिए और फल का चिंता नही करना चाहिए, यही गीता का भी गर्भ ज्ञान है|
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