एक सन्त और एक दुष्ट बिच्छू की प्रेरणादायक छोटी कहानी
एक संत नदी में स्नान कर रहे थे। एक बिच्छू पानी मे डूब रहा था। उन्होंने उसे अपनी हथेली पर रख लिया। बिच्छू ने उन्हें डंक मार दिया। बिच्छू पुनः पानी मे गिर पड़ा। सन्त दर्द से कराहने लगे। लेकिन फिर उन्होंने डूबते बिच्छू की जान बचाई। बिच्छू ने उन्हें फिर से डंक मार दिया ,ऐसा कई बार हुआ। अंततः सन्त ने उसे जमीन पर फेंक दिया। बिच्छू की जान बच गई। सन्त ने दर्द सहकर भी परोपकार नही छोड़ा। बिच्छू ने भी अपनी दुष्टता का त्याग नही किया।
'अगर कोई अपनी बुराई नही छोड़ता तो मैं अपनी अच्छाई क्यों छोड़ू'
🙏 जय श्री राधे राधे
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