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Showing posts from March, 2020

हन्ता वायरस क्या है और यह कैसे फैलता है।

दुनिया में 17 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले चुके कोरोनावायरस का खतरा जारी है। इस बीच एक और खतरनाक वायरस ने चीन में दस्तक दी है। इसका नाम हंता वायरस है। युनान प्रांत में बस से यात्रा कर रहे एक व्यक्ति की मौत हुई। चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, यह मौत हंता वायरस से हुई। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि हंता वायरस से मौतका खतरा कोरोना के मुकाबले 24% ज्यादा है।ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि युनान से शेंगडॉन्ग जा रहे व्यक्ति की मौत हंता वायरस से हुई। जिस बस में यह संक्रमित सवार था, उसमें 32 अन्य यात्री थे। इन सभी की जांच की जा रही है। चीन के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक, यह वायरस चूहों से फैलता है। यह हवा के जरिए नहीं फैलता। यह उन लोगों को अपनी चपेट में लेता है, जो चूहों के मल-मूत्र, सलाइवा और इन चीजों को चेहरे तक ले जाते हैं। इस वायरस की चपेट में आने के शुरुआती लक्षण थकावट, बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, चक्कर आना, सर्दी लगना और पेट की समस्याएं होना है। शुरुआती लक्षण दिखने के बाद अगर संक्रमित व्यक्ति का इलाज नहीं किया जाता है तो उसे लो ब्लडप्रेशर, ...

कोरोना वायरस से बचने की पूरी जानकारी। कोरोना वायरस क्या है?

*विश्व स्वास्थ्य संगठन* के अनुसार भारत,ब्रिटेन,अमरीका,इटली,चीन,कोरिया,ईरान,जापान समेत दुनियां के *159 देशों में कोरोना* वायरस फैल गया है और इसके कारण *7529 मौतें* हो चुकी हैं.पूरी दुनियां में इस वायरस से *संक्रमित लोगो की संख्या184976* हो चुकी है.इस वायरस से मृत्यु दर केवल 1या2% ही है जिसमे से बहूत से लोग पहले से ही वृद्ध थे.राहत की बात ये है कि इस वायरस से बहूत से लोग ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं.   इससे बचने के लिए आप नियमित रूप से  *अपने हाथ साबुन और पानी से अच्छे से धोएं.* जब कोरोना वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके थूक के बेहद बारीक कण हवा में फैलते हैं. इन कणों में कोरोना वायरस के विषाणु होते हैं.  *संक्रमित व्यक्ति के नज़दीक जाने पर ये विषाणुयुक्त कण सांस के रास्ते आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं.*  अगर आप किसी ऐसी जगह को छूते हैं, जहां ये कण गिरे हैं और फिर उसके बाद उसी हाथ से अपनी आंख, नाक या मुंह को छूते हैं तो ये कण आपके शरीर में पहुंचते हैं. ऐसे में खांसते और छींकते वक्त टिश्यू का इस्तेमाल करना, बिना हाथ धोए अपने चेहरे को न छूना ...

कोरोना वायरस क्या है और इससे कैसे बचें

चीन के वुहान शहर से शुरू होने वाला कोरोना वायरस अभी तक 60 से अधिक देशों में फैल चुका है. कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा तीन हज़ार के पार पहुंच चुका है. चीन के बाद अगर कोई देश सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं तो वो दक्षिण कोरिया और इटली हैं. ईरान भी बहुत पीछे नहीं है. दुनिया भर में कोरोना वायरस के संक्रमण के नब्बे हज़ार से अधिक मामले सामने आए हैं लेकिन इनमें से लगभग अस्सी हज़ार मामले अकेले चीन में ही हैं. शोधकर्ताओं ने अभी तक के आंकड़ों के आधार पर पाया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित प्रति एक हज़ार में से एक शख़्स की मौत हुई है. अगर बात भारत की करें तो भारत में अभी तक कोरोना वायरस के 31 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. इनमें से एक मामला देर रात गुड़गांव में सामने आया. देर रात डिजीटल मनी ट्रांसफ़र कंपनी पेटीएम के हवाले से न्यूज़ एजेंसी एएनआी ने ख़बर दी कि उनके गुरुग्राम स्थित ऑफ़िस में एक शख़्स को कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया है. यह शख़्स कुछ दिन पहले ही इटली से लौटा था. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट पर चार मार्च तक 28 मामलों की ही पुष्टि की गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइ...

क्यूरेटिव पिटीशन क्या होता है?

अक्सर हमलोग समाचार या लोगो के द्वारा सुनते हैं कि उसके क्यूरेटिव पिटीशन को खारिज कर दिया गया,लेकिन हममे से बहूत से लोग उसका मतलब नही समझ पाते हैं। आज इस लेख के द्वारा हमलोग जानेंगे कि क्यूरेटिव पिटीशन होता क्या है?? Curative Petition शब्द की उत्पति Cure शब्द से हुई है। इसका मतलब होता है उपचार करना। क्यूरेटिव पिटीशन तब दाखिल किया जाता है जब किसी मामले में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी जाती है। ऐसे में क्यूरेटिव पिटीशन अंतिम मौका होता है। जिसके ज़रिए वह अपने लिए चीफ जस्टिस या राष्ट्रपति के पास गुहार लगा सकता है। क्यूरेटिव पिटीशन किसी भी मामले में अभियोग की अंतिम कड़ी होता है, इसमें फैसला आने के बाद अपील करने वाले व्यक्ति के लिए आगे के सभी रास्ते बंद हो जाते हैं। क्यूरेटिव पिटीशन का कांसेप्ट 2002 में रुपा अशोक हुरा मामले की सुनवाई के दौरान हुआ था। जब ये पूछा गया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोषी ठहराये जाने के बाद भी क्या किसी आरोपी को राहत मिल सकती है? नियम के मुताबिक ऐसे मामलों में पीड़ित व्यक्ति रिव्यू पिटीशन डाल सकता है लेकिन सवाल ये पूछा गया कि अगर रिव्यू पिटीशन भी खारिज...